ABSTRACT:
पोषण एक ऐसा कारक है जो कि प्रत्यक्ष तौर पर छोटे बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास से जुड़ा हुआ है । अब यह तथ्य प्रमाणित हो चुका है कि विकासशील देशों में शिशुओं का पहले छह माह तक समुचित विकास होता है जबकि वे केवल स्तनपान करते है । 6-12 माह की आयु के बीच उन्हें पकाया हुआ अनाज , दाले . कन्द - मूल आदि देना शुरू कर दिया जाता है इनमें पौष्टिक तत्वों प्रोटीन , आयरन , विटामिन ए की कमी रहती है इन्हीं पोषण तत्वों के सापेक्ष शारीरिक वजन का स्तर ज्ञात किया गया है । कवर्धा शहर के उच्च आय वर्ग के 1-3 वर्ष के 150 बच्चों का चयन कर उनके शारीरिक भार के अनुसार उन्हें कम भार , सामान्यभार व उच्चाभार में वर्गीकृत किया गया । इस कार्य के लिए ICMR के द्वारा निर्धारित मानकों की सहायता ली गई । आहार सर्वेक्षण द्वारा ऊर्जा , प्रोटीन , आयरन व विटामिन ए ICMR के द्वारा निर्धारित की गई मानकों से कम पायी गई ।
Cite this article:
शर्मा (2016). उच्च आय वर्ग के पूर्वशालेय बालकों के पोषण के सापेक्ष शारीरिक वजन. Journal of Ravishankar University (Part-A: Science), 22(1), pp.106-111.