ABSTRACT:
कृषि , वन एवं खनिज साधनों से भरपूर छत्तीसगढ़ राज्य विकास की महती संभावनओं के साथ - साथ पिछड़ापन एवं गरीबी का दृश्य उपस्थित करता है । भौतिक , सामाजिक , संस्थागत , वित्तीय एवं प्रशासकीय अवरोधों के कारण छत्तीसगढ़ का परिदृष्य विषमताओं से भरा है और आधारभूत संरचना की दृष्टि से पिछड़ा हुआ है । छत्तीसगढ़ के विकास में परिवहन साधनों का अभाव एक बड़ी बाधा रही है । प्रदेश के संसाधनों को प्रदेश एवं देश के विकास में प्रयुक्त करने से ही ये संसाधन अधिक मूल्यवान बन सकेंगे । छत्तीसगढ़ में मानव विकास पर कम ध्यान दिया गया है छत्तीसगढ़ राज्य का सकल घरेलू उत्पाद एव प्रति व्यक्ति आय बढ़ रही है परंतु विकास के अधिकांश संकेतकों के मामले में राज्य की स्थिति अच्छी नहीं है । लक्ष्यों की सुनियोजित बुनावट से छत्तीसगढ़ राज्य भारत का सबसे विकसित राज्य बनकर उभर सकता है ।
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पारख (1999). छत्तीसगढ़ का आर्थिक परिदृश्य : विवेचनात्मक अध्ययन. Journal of Ravishankar University (Part-A: Science), 12(1), pp.65-68.